आसान नहीं होता आज की नारी से प्यार करना, क्यूंकि उसे पसंद नहीं होती जी हुजूरी, झुकती नहीं वो कभी जब तक ना हो रिश्तों औ…
ज़िन्दगी ... नए रास्तों पर मुड़ती रहती है। लेकिन जो एक कदम ज्यादा चलते हैं, वे कई नयी मुस्कुराहटों से मिलते हैं। वे उन मो…
रात को सोते वक़्त मिलने आती हैं आपकी यादें, या सताने ही आती होंगी शायद। बड़ी सख़्त दिल हैं, हर वो चीज़, वो लम्हा याद दिलाती…
पहाड़ों वाली रातें कुछ अलग सी ही होती हैं। पहाड़ों के ऊँचे बदन पर बलखाती हुई नीचे रास्ता बनाती नदी जो अपनी आवाज़ से दिखती …
असल रोमांच मंजिल पर पहुँचने से ज़्यादा मुसाफिरी में है, खानाबदोशी में है। मज़ा expected में नहीं, मज़ा surprise में है। क्…
मैं अपने बैडरूम की खिड़की से नीला आकाश, दूर तक फैले पहाड़, नीचे वादी में बहती नदी और दूर एक टीवी टावर देख पा रहा हूं। मैं…
जिनके आंगन में, बगीचे में या घर के बाहर, आस - पास कहीं भी पेड़ होता है, या कभी हुआ करता था, केवल वही बता सकता है इनकी सो…
बीती सदियों कि बसाहटों कि जड़ें बेहद गहरी होती हैं। तहज़ीब भी इनकी बाहों में होती है और रिवाज भी इन्हे पहचानते हैं। शहर क…
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