उसने फिर पलटकर नहीं देखा

सिर्फ एक चीज़ ही काफी है!

                                  Stay Focused on Your Goals and Avoid Distractions

जब हम कहते हैं "कोई कहां से कहां पहुंच गया", तब हम ऐसे लोगों की बातें करते हैं जिनका बेहद साधारण वजूद होता है पर सितारों सी शख्सियत बना लेते हैं। हम- आप इनका जीवन वृतांत पढ़ते हैं जहां इनके संघर्षों की कहानियां सुनाई जाती हैं, जो इन्होने पाया है, कैसे इन्हे हासिल है, सब कुछ। उस समय का भी जिक्र होता है जब उन्होंने फिर पलटकर नहीं देखा। 

आप अपने सबसे पसंदीदा सुपरहीरो, हीरो या कोई सेलिब्रिटी या कोई भी कामयाब इंसान की बात कर लीजिये, सभी में कोई ना कोई कमजोरी रहती ही है क्यूंकि प्रभु ने किसी को भी पूरी तरह दोष रहित बनाया ही नहीं। इनका व्यक्तित्व हमे यह सिखाता है की कोई इसलिए सफल नहीं होता क्यूंकि उनके जीवन में कोई कमी नहीं थी, बल्कि वे इसलिए कामयाब हैं क्यूंकि उन्होंने अपनी एक या दो खूबियों पर अपना सौ प्रतिशत फोकस किया।  अपनी खूबियों को लगातार तराशकर अपनी कोशिश की राह पर गतिमान एक्सप्रेस के सामन दौड़ पड़ते हैं। 

हर व्यक्ति अपने जीवन में कभी ना कभी संघर्ष के समय से गुजरता ही है। उस वक़्त कमियां हावी होती हैं। बार-बार हमारे करीबी या हमारे अपने भी हमे टोकते हैं। हमे लगता है की उनको सिर्फ हमारी कमियां ही दिखती हैं, पर इसी बात को ज़रा सकारात्मक भाव से सुने तो वे हमे बता ही तो रहे होते हैं, की ये चीज़ ठीक नहीं, इसे सही कर लो। अब इस से दुखी होकर कोशिश की टिमटिमाती लौ को बुझा दें या कमी को जानकर उसे ठीक कर अपनी कोशिश की राह के रोड़े हटा लें, हम पर है। 

कोई भी काम शुरू करने पर अगर पहले असफलता का स्वाद चखना पड़ गया तो किसी दूसरे को उसका मतलब निकालने ना दें। काम रुक जाने या घाटा हो जाने या बंद ही हो जाने पर बहुत मुमकिन है की लोग तंज कसेंगे और अनेकों नकारात्मक भाव भरी बातें करेंगे। वह सब सुन कर टूट जाने की भूल ना करें। जब कोशिश, मेहनत, और रणनीति हमारी है तो असफलता का आंकलन भी हम खुद ही करें। कहां चूक हो गई, कैसे सुधार लाया जा सकता है। यहीं से रास्ता बनेगा अपनी छुपी खूबियों को पहचानने का। ईमानदार आंकलन ही हमे बेहतरी की तरह ले जाएगा। 

जैसे ही खूबी का पत्थर दिख जाए, तुरंत प्रभाव से तराशना शुरू कर दें। यारों, अगर कुछ ऐसा करने का मन है जिससे सांसों का चलना सार्थक बन जाए तो एक गुण भी काफी है, चोटी फ़तेह करने के लिए। 

मंत्र है - तलाश - विश्वास - साहस - फोकस। 

जीना इसी का नाम है ..... 

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