दिल और भावनाओं को तवज्जो देना कमजोरी की निशानी नहीं क्यूंकि मैं मुखर हूं और जल्दी ही भावुक हो जाती हूं क्या इसलिए मुझे…
किसे कहते हैं अच्छी लड़की? पहनने -ओढ़ने के सलीके, बोल-चाल का लहजा, काम करने का तौर-तरीका, जीवन के सारे कायदे जिसके मत्थे …
बराबरी का हक़ कितनी महिलाएं अपनी ज़िन्दगी से जुड़े फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं? खासतौर पर शादी के बाद। नौकरी करना, माँ…
सुनो पुरुष ! गृहस्थी की बागडोर को स्त्री के हाथों में देते हुए यही कहा जाता है की वो घर की लक्ष्मी है। लेकिन लक्ष्मी का…
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