क्यूंकि आपके होने से किसी को फर्क पड़ता है अपनों की सुध लेना, उन्हें सुनना, आजकल उतना ही ज़रूरी है जितना की प्राणवायु (o…
नज़ारे कैसे हैं, ये नजरिया भी तय करता है खुश मन, खुश शक्ल बना देता है। और ये तो हमे चाहिए भी। खूबसूरत दिखना चाहते हैं …
Who could be blind to Trees? Have we become so ignorant towards the nature around us that has coined a term called tres…
ताकि गुस्सा महंगा ना पड़े एक जरा-सी चुप्पी, गहरी सांस का अंतराल बड़ी मुश्किलों से बचा सकता है। सोंचकर बोलना उस समय नहीं…
ये बस पहचान लेते हैं उसे दो सड़कों के बीच डिवाइडर के चौड़े किए जाने या शायद तिराहा बनाने का काम चल रहा था। ज़मीन खुदी हुई…
दिल की खिड़कियों को खोल दीजिए तस्वीर थेरेपी से नज़ारों की खुशबुओं से मन के मौसम महकने लगेंगे, इत्मीनान की बाहें पकड़, क…
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