वो 12 मिनट मेट्रो के वह ऑफिस जाने के लिए सुबह 8:15 की मेट्रो पकड़ती थी। 9 से 6 वाले काम का उसका पहला ही अनुभव था। सुबह …
हम सभी अपनी अपनी यात्रा पे हैं। यही जीवन यात्रा, जहाँ भांति भांति के लोग मिलते हैं और बिछड़ते भी हैं। बिछड़ने पर हम उदास …
रेल की बोगी मानों घरों को खोलकर जोड़ दी गयी एक श्रृंखला होती है, जो एहसास कराती है की मंज़िल पर हम साथ ही पहुंचेंगे। हम ज…
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